Description
ब्रिलिएंट माध्यमिक राजनीति विज्ञान भाग-1 पाठकों के समक्ष प्रस्तुत करते हुए अपार हर्ष हो रहा है। इस पुस्तक की रचना नवम वर्ग के पाठ्यक्रम को आधार मानकर की गई है। भारत ने अपना संविधान अपनाए हुए लगभग छः दशक बीत गए। इस लंबे समय में सोचना, क्या पाया या क्या हमने संविधान के व्यवहारिक स्वरूप को अपनाया है? इस पुस्तक के माध्यम से विद्यार्थियों में भारतीय संविधान के संबंध में समझ विकसित करना मुख्य उद्देश्य है।
प्रस्तुत पुस्तक 9 अध्यायों में विभाजित है। प्रथम एवं द्वितीय अध्याय में लोकतंत्र के बौद्धिक पक्षों का विस्तार से वर्णन किया गया है। इन अध्यायों में यह दर्शाने का प्रयास किया गया है कि विश्व में लोकतंत्र का विकास कैसे हुआ? पड़ोसी देशों में लोकतंत्र की क्या स्थिति है, साथ-साथ वहाँ लोकतंत्र में सफलता एवं असफलता के कारणों को समझाने का प्रयास किया गया है। तृतीय अध्याय में संविधान निर्माण के कारणों, उद्देश्यों, निर्माण की प्रक्रिया एवं उसकी विशेषताओं को दर्शाया गया है। चतुर्थ अध्याय में लोकतंत्र का प्रमुख अंग चुनाव एवं चुनाव प्रक्रिया के संबंध में वर्णन किया गया है। पंचम अध्याय में संविधान के मौलिक अधिकारों एवं कर्तव्यों का वर्णन किया गया है। षष्ठम अध्याय, सप्तम एवं अष्टम अध्याय में सरकार के प्रमुख अंग विधायिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका के गठन एवं इनका कार्य प्रक्रिया पर बारीक केंद्र एवं राज्य दोनों स्तरों पर किया गया है। नवम अध्याय में लोकतंत्र में व्यक्ति को प्राप्त प्रमुख अधिकारों का वर्णन व्यापक विस्तार से किया गया है।
पुस्तक की भाषा सरल है, तथ्यों को स्पष्ट करने के लिए चित्रों का भरपूर प्रयोग किया गया है। प्रत्येक अध्याय के अंत में स्मरणीय शीर्षक दिया गया है। इसमें प्रत्येक अध्याय के अंतर्गत अनावश्यक महत्वपूर्ण बिंदुओं को संक्षेप में प्रस्तुत किया गया है। बिहार बोर्ड की परीक्षा को ध्यान में रखते हुए वस्तुनिष्ठ, अतिलघु, लघु उत्तरीय, दीर्घ उत्तरीय और बहुविकल्पीय प्रश्न दिए गए हैं। ये प्रश्न बिहार बोर्ड की परीक्षा में पूछे गए प्रश्नों के समान हैं।
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